सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

तीन राज्यों की हार और भाजपा

@amitshah कहते हैं कि अगला चुनाव हम युद्ध की तरह लडेंगे।
जबकि 11 दिसम्बर के पहले मोटा भाई विरोधीयों को कुछ मानने ही तैयार न थे?
प्रश्न यह कभी न था कि अटल सरकार भ्रष्ट थी, न ही यह प्रश्न आज उठता है कि मोदी सरकार भ्रष्ट है।
प्रश्न सिर्फ यह है कि आप डरते हो और जनता को मूर्ख समझते हो।
1- आपको चुनाव में हारने का डर है इसलिए संघ की विचारधारा को किनारे कर देते हो, जबकि आप जानते हो कि इसी विचारधारा ने आपकी सरकार बनवाई है।
2- आप पूर्ण बहुमत की सरकार चलाते हुए भी डरते हो, राम मंदिर धारा 370 पर बिल लाने से डरते हो।
3- आपको अपने वोटर के स्वार्थ की चिंता नही है आप उन्हें "taken for granted" लेते हो, आप दूसरों के वोटर झपटने के लिए लालची हो।
4- आप इतिहास से कुछ नहीं सीखना चाहते, क्या जनसंघ से लेकर अटल सरकार तक आपने हर हार का विवेचन नहीं किया है?
5- क्या शाहबानो से लेकर राम भक्तो पर गोली चलाने तक के एपिसोड पर आपकी पार्टी के स्टैंड आपको नहीं मालूम हैं?
6- क्या वी पी सिंह की पार्टी और खुद VP के हाल आपसे छुपे हैं?
7- क्या आप समझते हैं कि सोशल मीडिया के इस जमाने मे आपको आपके विरोधी छोड़ देंगे।
8- मतदाता के अंतर्मन की समझ ही तो संघ की पहचान है, क्या संघ को रमन और शिवराज के भ्रष्टाचार और शिवराज और रानी का दम्भ नहीं दिख रहा था?
9- राष्ट्रवाद के लिए और भ्रष्टाचार के खिलाफ देश ने एटीएम के सामने लाइने लगाईं।
व्यापारियों ने #टैली नामक सॉफ्टवेयर खरीदा, सुनारों ने सोने पर टैक्स बर्दाश्त किया, तो वे इसके सुखद परिणाम चाहते थे।
वे चाहते थे कि वे लोग जेल के पीछे हों जिन्होंने काला धन छुपाया है, पर हुआ क्या?
ढाक के तीन पात ।
10- आप राम मंदिर पर कोर्ट का फैसला आने का इंतज़ार कर रहे हो और जल्लीकट्टू पर संसद में अध्यादेश ले आते हो?
क्या हमारे श्री राम बैल से भी गए गुजरे हैं?
कुछ तो शर्म करो?
11- धारा 370 और कॉमन सिविल कोड पर आपकी चुप्पी क्या जनता को समझ नही आती?
12- आप ही बताये कि, संघ के बिठाए पर्यवेक्षक, संगठन मंत्री और मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठे संघ के लोगो को खरीदने या चुप कराने से आपको 2018 में क्या हासिल हुआ? और जनता 2019 में आपको इन्ही कारगुजारियों के लिए क्या देगी ?
2018 में 3 राज्य हाँथ से गये अब 2019 की बारी है।
13- अगर 2 बेहतरीन सेलिब्रिटी SC ST एक्ट में जेल चले जाएं और इस एक्ट के प्रावधान जनता के सामने आ जाए तो यह तय मानिये SC ST समुदाय के साथ साथ 78%सवर्ण आपको ऐसी जगह ले जाकर छोड़ेगा की भाजपा भी जनता दल हो जाएगी।
14- माया के लोग माया के ही रहते हैं वे खत्म हो जाएंगे पर भटकेंगे नहीं, पर आपके स्वर्ण, व्यापारी और मध्यम वर्गीय वोटर आपको छोड़ निर्दलीय या किसी के भी पाले में चल देंगे और आपको हवा भी न लगेगी।
15- मोटा भाई, इस देश मे जाति, वर्ग और धर्म के हिसाब से लोग प्रतिक्रिया देते हैं,
व्यापारी,ठेकेदार सवर्ण रेल नहीं रोकता, बस नही जलाता वह वोट देता है वह भी बिना चेताये।
इन्होंने 1989 में VP सिंह को वोट दिया था 2014 में आपको भी दिया था।
पर दूसरी, तीसरी और चौथी बार वी पी वोट मांगने के काबिल ही नहीं बचे।
दलित बसपा के ही रहे पर सवर्ण वी पी के न रहे। 🤣
न ही कोई ओबीसी या सवर्ण उन्हें याद करता है न ही दलित उनको याद रखना चाहता है।
#वी_पी_सिंह एक फ्लॉप कहानी हो गए 🤣
अभी भी चेत जाओ, अन्यथा आपका जय श्रीराम होते देर न लगेगी 🤣🤣🤣

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

टार्च बेचनेवाले : श्री हरिशंकर परसाई

वह पहले चौराहों पर बिजली के टार्च बेचा करता था । बीच में कुछ दिन वह नहीं दिखा । कल फिर दिखा । मगर इस बार उसने दाढी बढा ली थी और लंबा कुरता पहन रखा था । मैंने पूछा , '' कहाँ रहे ? और यह दाढी क्यों बढा रखी है ? '' उसने जवाब दिया , '' बाहर गया था । '' दाढीवाले सवाल का उसने जवाब यह दिया कि दाढी पर हाथ फेरने लगा । मैंने कहा , '' आज तुम टार्च नहीं बेच रहे हो ? '' उसने कहा , '' वह काम बंद कर दिया । अब तो आत्मा के भीतर टार्च जल उठा है । ये ' सूरजछाप ' टार्च अब व्यर्थ मालूम होते हैं । '' मैंने कहा , '' तुम शायद संन्यास ले रहे हो । जिसकी आत्मा में प्रकाश फैल जाता है , वह इसी तरह हरामखोरी पर उतर आता है । किससे दीक्षा ले आए ? '' मेरी बात से उसे पीडा हुई । उसने कहा , '' ऐसे कठोर वचन मत बोलिए । आत्मा सबकी एक है । मेरी आत्मा को चोट पहुँचाकर

भारतीयता और रोमांस (आसक्त प्रेम)

प्रेम विवाह 😂 कहां है प्रेम विवाह सनातन में? कृपया बताएं... जुलाई 14, 2019 रोमांस का अंग्रेजी तर्जुमा है - A feeling of excitement and mystery of love. This is some where near to lust. The indian Love one is with liabilities, sacrifices with feeling of care & love. The word excitement and mystery has not liabilities, sacrifices with feeling of care. प्रेम का अंग्रेज़ी तर्जुमा - An intense feeling of deep affection. मैंने एक फौरी अध्यन किया भारतीय पौराणिक इतिहास का ! बड़ा अजीब लगा - समझ में नहीं आया यह है क्या ? यह बिना रोमांस की परम्परायें जीवित कैसे थी आज तक ? और आज इनके कमजोर होने और रोमांस के प्रबल होने पर भी परिवार कैसे टूट रहे हैं ? भारतीय समाज में प्रेम का अभूतपूर्व स्थान है पर रोमांस का कोई स्थान नहीं रहा ? हरण और वरण की परंपरा रही पर परिवार छोड़ कर किसी से विवाह की परंपरा नहीं रही ! हरण की हुयी स्त्री उसके परिवार की हार का सूचक थी और वरण करती हुयी स्त्री खुद अपना वर चुनती थी पर कुछ शर्तो के साथ पूरे समाज की उपस्तिथि में ! रोमांस की कुछ घटनाएं कृष्ण के पौराणिक काल में सुनने म

सनातन का कोरोना कनेक्शन

इन पर ध्यान दें : 👇 नमस्ते छुआछूत सोला वानप्रस्थ सूतक दाह संस्कार शाकाहार समुद्र पार न करना विदेश यात्रा के बाद पूरा एक चन्द्र पक्ष गांव से बाहर रहना घर मे आने से पहले हाँथ पैर धोना बाथरूम और टॉयलेट घर के बाहर बनवाना वैदिक स्नान की विधि और इसे कब कब करने है यह परंपरा ध्यान दें, हमारे ईश्वर के स्वास्थ्य खराब होने पर उनकी परिचर्या #यह वे चीज़े हैं जो मुझे याद आ रहीं हैं। आप बुजुर्गो से पूछेंगे तो और भी चीजे आपको मिलेंगी। यह हम भूल चुके हैं क्योंकि एन्टी बायोटिक, साबुन, और सेनिटाइजर बाजार में आ गए और औद्योगिक क्रांति को  मानवीय संसाधनों की जरूरत थी। आज हमें फिर वही परम्पराए नाम बदल बदल कर याद दिलाई जा रहीं है। #सोशल_डिस्टेंसिंग #क्लींलिनेस बुजुर्गो की कम इम्युनिटी आदि आदि। वानप्रस्थ आश्रम का उद्देश्य ही यह था कि वायरस बुजुर्गो पर जल्द प्रश्रय पा जाता है, फिर मजबूत होकर जवानों पर हमला करता है, इसलिए कमजोर इम्युनिटी के लोगो को वन भेज दिया जाता था।। निष्कर्ष : आना दुनिया को वहीं है जहां से हम चले थे। यही सनातन है। यह प्रकृति का संविधान है। #स्वामी_सच्चिदानंदन_जी_महाराज